कात्यायनी प्रोफेसर फंगल रोगों का एक ब्रॉड स्पेक्ट्रम नियंत्रण है। यह अमेटोक्ट्राडिन और डाइमेथोमोर्फ का एक संयोजित फफूंदनाशी है। यह कृषि में उपयोग किए जाने वाला एक सिस्टमैटिक रासायनिक फफूंदनाशी है। यह फफूंदनाशी सस्पेंशन कॉन्संट्रेट (SC) फॉर्मूलेशन के रूप में उपलब्ध है, इसका अर्थ है कि उपयोग से पहले इसे अच्छी से पानी में घोलना होगा।
प्रोफेसर फफूंदनाशी किन-किन फसलों और बीमारियों पर काम करता है
प्रोफेसर अमेटोकट्रैडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC एक सिस्टमैटिक फफूंदनाशी है जो निम्नलिखित लक्षित बीमारियों के खिलाफ प्रभावी है:
- अंगूर और खीरे के डाउनी मिल्डयू
- आलू एवं टमाटर के झुलसा रोग
ये बीमारियाँ फंगल रोगजनकों के कारण होती हैं जो फसलों को नष्ट करती हैं। प्रोफेसर अमेटोकट्रैडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC फंगल जीवन चक्र को बाधित करने का काम करता है, स्पोर को अंकुरित होने और पौधे को संक्रमित होने से रोकती है।
अमेटोकट्रैडिन डाइमेथोमॉर्फ के डोज
अमेटोकट्रैडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC एक सस्पेंशन कॉन्संट्रेट (SC) फॉर्मूलेशन है। इसका मतलब यह है कि यह एक तरल मिश्रण है जिसमे दो इंडिग्रिएन्ट,अमेटोक्ट्राडिन और डाइमेथोमोर्फ के ठोस कण एक एक्टिव इंडिग्रिएन्ट में निलंबित होते हैं।
फसल
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बीमारी
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डोज
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अंगूर
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डाउनी मिल्डयू
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320 - 400 मि.ली./एकड़
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टमाटर
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झुलसा रोग
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320 - 400 मि.ली./एकड़
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आलू
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झुलसा रोग
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320 - 400 मि.ली./एकड़
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खीरा
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डाउनी मिल्डयू
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320 - 400 मि.ली./एकड़
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अमेटोकट्रैडिन डाइमेथोमोर्फ की क्रिया का तरीका
अमेटोक्ट्राडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC एक सिस्टमैटिक फफूंदनाशी है जिसका उपयोग विभिन्न फसलों में डाउनी मिल्डयू और लेट ब्लाइट रोगों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
- अमेटोक्ट्राडिन: माइटोकॉन्ड्रियल साइटोक्रोम BC1 कॉम्प्लेक्स को लक्षित करके ओमीसाइकेट श्वसन को रोकता है। यह फफूंद की ऊर्जा उत्पादन को बाधित करता है, इससे अंततः कोशिका की मृत्यु हो जाती है।
- डाइमेथोमोर्फ: स्पोरअंकुरण, मायसेलियल वृद्धि को रोकने के लिए पौधे के भीतर सिस्टमैटिक रूप से कार्य करता है। स्पोर फफूंद की प्रजनन इकाइयाँ हैं, और मायसेलिया वनस्पति धागे हैं जो फफूंद के शरीर का निर्माण करते हैं। इन प्रक्रियाओं को रोककर, डाइमेथोमोर्फ फफूंद को फैलने और नए पौधों के ऊतकों को संक्रमित करने से रोकता है।
प्रोफेसर फफूंदनाशी के प्रमुख लाभ
प्रोफेसर फफूंदनाशी के निम्नलिखत प्रमुख लाभ हैं :
- प्रोफेसर फफूंदनाशी डाउनी मिल्ड्यू और लेट ब्लाइट के खिलाफ अत्यधिक सुरक्षा प्रदान करता है।
- प्रोफेसर फफूंदनाशी उच्च विकास और पुनर्वितरण क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रबंधन के लिए नवीन उपकरण है।
- 2 घंटे तक लगातार बारिश की स्स्थिति में भी सबसे उन्नत फॉर्मूलेशन है।
प्रोफेसर फफूंदनाशी से सम्बंधित प्रश्न
Q. कात्यायनी प्रोफेसर फफूंदनाशी का अनुशंसित डोज क्या है?
A. डाउनी मिल्ड्यू और लेट ब्लाइट जैसी फंगल बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए कात्यायनी प्रोफेसर फफूंदनाशी का अनुशंसित डोज स्तर 320 - 400 मिलीलीटर प्रति एकड़ है।
Q. कात्यायनी प्रोफेसर फफूंदनाशी किन- किन बीमारियों को नियंत्रित करता है?
A. कात्यायनी प्रोफेसर अंगूर और खीरे में डाउनी मिल्ड्यू के साथ-साथ टमाटर और आलू में लेट ब्लाइट को नियंत्रित करता है।
Q. कात्यायनी प्रोफेसर फफूंदनाशक का तकनीकी नाम क्या है?
A. कात्यायनी प्रोफेसर फफूंदनाशक का तकनीकी नाम "अमेटोक्ट्राडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC " है, जो सस्पेंशन कॉन्संट्रेट फॉर्मूलेशन में अमेटोक्टोराडिन और डाइमेथोमोर्फ की संरचना को दर्शाता है
Q. क्या प्रोफेसर फफूंदनाशी आलू की फसल में झुलसा रोग के खिलाफ काम करता हैं?
A. हां, कात्यायनी प्रोफेसर (अमेटोक्ट्राडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% एससी) फफूंद विकास और स्पोर गठन को रोककर आलू की फसलों में लेट ब्लाइट को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करता है।
Q. अमेटोक्ट्राडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC को कैसे उपयोग करते है ?
A. अमेटोक्ट्राडिन 27% डाइमेथोमोर्फ 20.27% SC को 320 - 400 मिलीलीटर प्रति एकड़ पानी में घोलकर पत्ते पर स्प्रे के रूप में लगाया जाता है और डाउनी मिल्ड्यू या लेट ब्लाइट से प्रभावित फसलों के लिए पत्ते पर एक समान कवरेज सुनिश्चित करना चाहिए है।
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