जैसे-जैसे गर्मी का मौसम तेज़ होता जा रहा है, वैसे-वैसे खेतों में कीटों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। मिर्च, भिंडी, टमाटर, बैंगन, मूंग, उड़द जैसी सब्जियों और दालों की फसलों में कीटों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। यदि समय पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो फसल की पैदावार पर गहरा असर पड़ेगा। आइए जानते हैं गर्मी में फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले 5 प्रमुख कीटों और उनके प्रभावी कीटनाशकों के बारे में।
1. सफेद मक्खी (Whitefly)
प्रभाव: सफेद मक्खी से येलो मोजैक वायरस फैलता है जिससे पत्ते ऊपर की ओर मुड़ जाते हैं, ग्रोथ रुक जाती है और फूल गिरने लगते हैं। यह वायरस मिर्च, मूंग, उड़द, भिंडी और बैंगन की फसलों में भारी नुकसान करता है।
नियंत्रण के उपाय:
- कात्यायनी अश्वमेध प्लस डायफेंथियुरोन 40.1% + एसिटामिप्रिड 3.9% WP कीटनाशक - सिस्टमेटिक एक्शन से कीट जड़ से खत्म।
- एंटी वायरस किट (सर्वशक्ति 250ml + एंटी वायरस 500ml (250ml x 2) - ऑर्गेनिक कीटनाशक, वायरस और सफेद मक्खी दोनों पर असरदार।
- नो वायरस कॉम्बो - पाइरीप्रॉक्सीफेन 5% + डायफेन्थियूरोन 25% एसई और एंटीवायरस का कॉम्बिनेशन।
2. लाल मकड़ी (Red Spider Mite)
प्रभाव: यह कीट पत्तियों के नीचे छिपकर जीवन चक्र पूरा करता है और सूखे पत्तों पर हमला करता है। यह विशेष रूप से मिर्च, भिंडी और टमाटर की फसलों को नुकसान पहुंचाता है।
नियंत्रण के उपाय:
- ओज़िल स्पाइरोमेसिफेन 22.9% एससी - गर्मी में बेहद असरदार माइट कंट्रोलर।
- Mite Free - कॉन्टैक्ट और स्टमक एक्शन वाला विकल्प।
3. थ्रिप्स (Thrips)
प्रभाव: थ्रिप्स के कारण Upward Leaf Curl Virus फैलता है। पत्तियां पीली हो जाती हैं और फूल झड़ने लगते हैं। गर्मी के मौसम में यह कीट अधिक तेजी से प्रजनन करता है।
नियंत्रण के उपाय:
- आउटबर्स्ट ब्रोफ्लानिलाइड 300 G/L SC - रेसिस्टेंट थ्रिप्स को भी नियंत्रित करने वाला नया टेक्निकल कीटनाशक।
- Antivirus Kit - वायरस और थ्रिप्स दोनों को रोकने में सहायक।
4. इल्लियाँ (Caterpillars/Borers)
प्रभाव: गर्मी में इल्लि
यों का प्रजनन बहुत तेज़ होता है। यह कीट मूंग, उड़द, कपास आदि फसलों की पत्तियों और फलों को खा कर नुकसान पहुंचाते हैं।
नियंत्रण के उपाय:
-
क्लोडा क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 9.3% + लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 4.6% ZC - कम डोज में तेज़ असर, 80-100 ml/acre।
5. मिलीबग (Mealybugs)
प्रभाव: अधिक नमी या पानी जमा होने पर सब्जियों में मिलीबग की समस्या बढ़ती है। यह कीट पत्तियों से रस चूसता है जिससे पौधे सूखने लगते हैं।
नियंत्रण के उपाय:
- इमिडा इमिडाक्लोप्रिड 30.5% एससी - सिस्टमेटिक कीटनाशक।
- एक्टिवेटिड नीम ऑयल जैविक कीटनाशक - जैविक और सुरक्षित विकल्प
निष्कर्ष
किसान भाइयों, गर्मी के मौसम में कीटों का प्रकोप बहुत ही सामान्य है, लेकिन सही जानकारी और समय पर सही कीटनाशकों का उपयोग करके इन समस्याओं से बचा जा सकता है। ऊपर दिए गए सभी कीटनाशक Katyayani Organics द्वारा प्रमाणित और किसान अनुकूल हैं। सभी उत्पादों पर अभी चल रही है 10% प्रीपेड बुकिंग ऑफर, जिसमें आप अपने ऑर्डर की पुष्टि सिर्फ 10% भुगतान करके कर सकते हैं।
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🔍 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न: गर्मी में फसलों पर कौन-कौन से कीट हमला करते हैं?
उत्तर: गर्मी में सफेद मक्खी, लाल मकड़ी, थ्रिप्स, इल्ली और मिलीबग जैसे कीट फसलों पर हमला करते हैं।
प्रश्न: एक ही दवा से सभी कीटों का नियंत्रण कैसे संभव है?
उत्तर: कुछ संयोजन कीटनाशक, जैसे कि कात्यायनी एंटीवायरस किट, विभिन्न कीटों पर प्रभावी होते हैं।
प्रश्न: क्या यह कीटनाशक सभी फसलों के लिए उपयुक्त है?
उत्तर: अधिकांश कीटनाशक विभिन्न फसलों पर प्रभावी होते हैं, लेकिन उपयोग से पहले लेबल निर्देश पढ़ना आवश्यक है।
प्रश्न: कीटनाशक का असर कितने समय तक रहता है?
उत्तर: अधिकांश कीटनाशकों का प्रभाव 7-14 दिनों तक रहता है, लेकिन यह मौसम और कीट की तीव्रता पर निर्भर करता है।
प्रश्न: क्या यह दवा जैविक खेती में उपयोगी है?
उत्तर: जैविक कीटनाशक, जैसे कि एक्टिवेटेड नीम ऑयल, जैविक खेती में उपयोगी होते हैं।